Jharkhand News Hindi : बीते दिनों चुनाव आयोग द्वारा चुनाव की घोषणा किये जाने के बाद पूरे देश में जनता की निगाहे दोनों पक्ष के द्वारा उतारे जा रहे उम्मीदवारों पर टिकी हुयी है।पूरे देश के साथ साथ झारखंड की राजनीति को जनता देख रही है क्योंकि झारखंड पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के जेल जाने के बाद से झारखण्ड चर्चा में बना हुआ और इसका दूसरा कारण बीजेपी द्वारा यहां अधिकतर सीटों पर उम्मीदवारों के नाम की घोषणा भी है जो की पहली सूची में ही कर दी गयी थी। और धीरे धीरे JMM और कांग्रेस गठबंधन भी अपने अपने उम्मीदवारों के घोषणा शुरू कर चुका है। जिसके तहत अभी कुछ मुख्य सीटों पर उम्मीदवारों के नाम की घोषणा हो चुकी है। हाल ही में कांग्रेस द्वारा रिलीज़ की गई सूची में झारखण्ड की 3 लोकसभा सीटों के लिए उम्मीदवारो की घोषणा हो चुकी है। जिसमे 2 पुराने नाम है और 1 नाम अभी कुछ ही समय पहले बीजेपी से कांग्रेस में शामिल हुआ है। और इसके बाद लगातार कांग्रेस और JMM की राजनीती गर्माती जा रही है क्योंकि लगातार दूसरे दलों के नेता अलग अलग दल जॉइन कर रहे है और उन्हें पार्टियां अपना उम्मीदवार भी घोषित कर रही है। आज इस Jharkhand News Hindi लेख के माध्यम से जानिए की झारखण्ड में कांग्रेस का ग्राफ लगातार कैसे बढ़ता हुआ दिख रहा है?
कांग्रेस का ग्राफ (Jharkhand News Hindi)
झारखंड में कांग्रेस गठबंधन लगातार इस समस्या से जूझ रहा था कि वह अपनी उम्मीदवारों की घोषणा कब करेगा लेकिन 27 मार्च को इस बात से पर्दा उठ गया कि आखिर कांग्रेस और झामुमो और गठबंधन के अन्य दल अपनी उम्मीदवारों को किस तरह से चुन रहे हैं और जिस तरह से 27 मार्च को कांग्रेस के तीन प्रत्याशियों की सूची आई उसे यह साफ देखा गया कि कांग्रेस और गठबंधन दोनों ही चुनाव में अधिक से अधिक सिम जीतना चाहते हैं जिसके लिए वह उसी उम्मीदवार को लड़ना चाहते हैं जो अपनी लोकसभा में सबसे ज्यादा पकड़ रखता है । कांग्रेस ने देर शाम लोकसभा खूंटी ,लोहरदगा ओर हजारी बाग सीट पर अपने प्रत्याशियो कि घोषणा की । जिसके तहत खूंटी लोकसभा से काली चरण मुंडा , लोहरदगा सीट से सुखदेव भगत ओर हजारीबाग से हाल ही में कांग्रेस में शामिल हुए जय प्रकाश भाई पटेल को उम्मीदवार चुना गया है । और इन सीटों पर उन्हें ऐसे उम्मीदवार देना जो पिछले चुनाव 2019 लोकसभा में काफी कम अंतर से हारे थे यह दर्शाता है कि इस बार कांग्रेस अपने ग्राफ में लगातार कर रही है । और इसके साथ ही भाजपा के 5 बार के सांसद रामटहल चौधरी के कांग्रेस में आने से ग्राफ बढ़ता हुआ नजर आ रहा है । और बाकी लोकसभा सीटों पर भी बीजेपी से कुछ अन्य लोग कांग्रेस में शामिल हो सकते है।
कार्यकर्ताओ में उत्साह
कांग्रेस पार्टी द्वारा ऐसे अनुभवी उम्मीदवारों को टिकट दिए जाने से कार्यकर्ताओं में एक उत्साह दिखाई दे रहा है जिससे यह साफ नजर आता है कि कांग्रेस इस बार चुनाव में काफी अच्छा प्रदर्शन कर सकती है। पिछले लोकसभा चुनाव 2019 में भी कांग्रेस 7 सीटों पर चुनाव लड़ी थी लेकिन केवल एक ही सीट जीत पाई थी और गठबंधन में होने के बाद कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के हाथ निराशा ही लगी थी क्योंकि गठबंधन में होने के बाद भी कांग्रेस तीन सिम काफी कम अंतर से हारी लेकिन इस बार पुनः उन्हीं उम्मीदवारों को दोहराने से कार्यकर्ता पिछले चुनाव में हुई गलती सुधार कर पूरे जोश ओर उत्साह से चुनाव लडने के लिए मैदान में आ गए है। बाकी 4 सीटों के लिए भी कांग्रेस अभी तक काफी उत्साह में दिखाई दे रही है और मीडिया सूत्रों के अनुसार 1 अप्रैल को उम्मीदवारों की घोषणा हो सकती है ।
JMM भी कांग्रेस की राह पर
जहां एक तरफ कांग्रेस ने अपने प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी है वहीं दूसरी तरफ जयमम अभी अपने प्रत्याशियों को लेकर आखिरी स्टार की बातचीत अपने संगठन में कर रही है और उम्मीद है कि शायद जल्द ही वह भी हमें प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर सकती है इसी के साथ झामुमो बीजेपी से आने वाले उम्मीदवारों के लिए भी अपने दरवाजे खोल कर बैठी है जैसे जमशेदपुर सीट पर बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता कुणाल शाडांगी के झामुमो आने की पूरे कयास लगाए जा रहे है ओर उम्मीद है उनके झामुमो में आते ही उन्हें लोकसभा का उम्मीद्वार भी बनाया जा सकता है । इसी के साथ कुछ अन्य नाम पर भी चर्चा चल रही है जो बीजेपी से झारखंड मुक्ति मोर्चा में आ सकते हैं और उन्हीं के इंतजार में झारखंड मुक्ति मोर्चा अभी तक अपनी उम्मीदवारों की सूची जारी नहीं कर पा रही है। लगातार आ रही Jharkhand News Hindi के माध्यम से ये साफ देखा जा सकता है।
2019 से अलग होगा चुनाव
साल 2024 के लोकसभा चुनाव पिछली बार के 2019 लोकसभा चुनाव से काफी अलग दिखाए दे रहे है । क्योंकि इस बार सभी पार्टियों अपनी अलग रणनीति के साथ चुनावी मैदान में उतरी है हालांकि कुछ पार्टियों अपनी पुरानी उम्मीदवारों पर ही दम लगा रही है लेकिन नहीं रणनीति के साथ चुनाव लड़ने की तैयारी में है इसी के साथ गठबंधन के कार्यकर्ताओं में बीजेपी के उम्मीदवारों की एंटी इनकंबेंसी के खिलाफ काफी उत्साह देखा जा रहा है क्योंकि कार्यकर्ताओं का मानना है कि इस बार बीजेपी उम्मीदवारों की अंतिम कन्वेंस उनकी जीत की संभावनाओं को अधिक बढ़ा सकती है। Jharkhand News Hindi के अनुसार इस बार जनता का निर्णय भी पहले भांप पाना काफी मुश्किल है।