kidney disease symptoms : गुर्दे हमारे शरीर के अहम अंग हैं, जो रक्त को छानकर विषैले पदार्थों को बाहर निकालते हैं। लेकिन जब गुर्दे स्वस्थ नहीं रहते, तो ये अपना काम सही से नहीं कर पाते, जिससे शरीर में विषाक्त पदार्थ जमा होने लगते हैं और कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं पैदा हो सकती हैं। गुर्दे की बीमारी शुरुआती दौर में कोई लक्षण नहीं दिखाती, इसलिए इसे “साइलेंट किलर” भी कहा जाता है। लेकिन कुछ ऐसे संकेत होते हैं, जिन्हें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। समय रहते kidney disease symptoms को पहचानकर डॉक्टर से परामर्श लेना जरूरी है। लगभग 10 करोड़ भारतीय, यानी 10% आबादी, गुर्दे की बीमारी से जूझ रही है। मधुमेह, उच्च रक्तचाप और अस्वस्थ जीवनशैली मुख्य कारण हैं। चिंताजनक रूप से, हर साल लगभग 1.7 लाख लोग इससे जान गंवा देते हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में सुविधाओं की कमी और महंगी उपचार पहुँच से दूर हैं। जागरूकता बढ़ाकर, स्वस्थ जीवन अपनाकर और बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएँ बनाकर इस बीमारी से लड़ा जा सकता है।
kidney disease symptoms में सामान्य लक्षण:
सबसे पहले पेशाब में बदलाव आने से शुरुआत होती है।:
- अक्सर बार-बार पेशाब आना, खासकर रात में लक्ष्णा होता है ।
- पेशाब कम आना भी एक लक्षण पाया जाता है ।
- अगर पेशाब में खून आना शुरू हुआ है तो ये भी एक लक्षण हो सकता है।
- पानी की कमी की वजह से पेशाब में झाग आना एक मुख्य लक्षण है।
- पेशाब करते समय जलन या दर्द होना व्यक्तियों में सामान्यत पाया जाता है ।
शरीर में तरल(लिगुइड) पदार्थ के जमा होने से:
- अधिकतर लोगो के हाथों, पैरों, टखनों और चेहरे में सूजन।
- सांस लेने में तकलीफ।
- उच्च रक्तचाप: यह गुर्दे की बीमारी का प्रमुख जोखिम कारक है और kidney disease symptoms भी हो सकता है।
- थकान: यह कई पुरानी बीमारियों का आम लक्षण है, जिसमें गुर्दे की बीमारी भी शामिल है।
- भूख कम लगना: रक्त में विषाक्त पदार्थों के जमा होने से ऐसा हो सकता है।
- नींद न आना: दर्द, थकान और सांस लेने में तकलीफ की वजह से नींद न आने की समस्या हो सकती है।
- त्वचा संबंधी समस्याएं: रूखी और खुजलीदार त्वचा गुर्दे की बीमारी का एक सामान्य लक्षण है।
- मांसपेशियों में ऐंठन: इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन के कारण ऐंठन हो सकती है, जो गुर्दे की बीमारी में आम है।
- मुंह में धातु जैसा स्वाद: रक्त में अपशिष्ट उत्पादों के जमा होने से ऐसा हो सकता है।
- पीठ या बाजू में दर्द: गुर्दों में सूजन या संक्रमण के कारण ऐसा दर्द हो सकता है।
डॉक्टर को दिखाए
हर व्यक्ति में गुर्दे की बीमारी के सभी kidney disease symptoms नहीं दिखाई देंगे, कुछ लोगों में तो कोई भी लक्षण नहीं होंगे।
अगर आपको लगता है कि आपको गुर्दे की बीमारी हो सकती है, तो निदान और इलाज के लिए डॉक्टर से मिलना जरूरी है। जल्दी पता लगाने और इलाज करने से गुर्दे की बीमारी की प्रगति को धीमा किया जा सकता है और जटिलताओं को रोका जा सकता है।
बीमारी से बचाव के उपाय:
स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं, जिसमें संतुलित आहार, नियमित व्यायाम और पर्याप्त नींद शामिल हों।
धूम्रपान न करें और शराब का सेवन सीमित करें।
नियमित रूप से अपना वजन और रक्तचाप जांचें।
मधुमेह और उच्च रक्तचाप जैसी बीमारियों को नियंत्रित रखें।
पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं।
ओवर-द-काउंटर दवाओं का सेवन सावधानी से करें।
क्या है किडनी बीमारी ?
किडनी, जिन्हें गुर्दे भी कहा जाता है, हमारे शरीर के सबसे महत्वपूर्ण अंगों में से एक हैं। ये दो सेम के आकार के अंग होते हैं जो हमारी पीठ के निचले हिस्से में स्थित होते हैं। किडनी का मुख्य कार्य रक्त को छानकर उससे अपशिष्ट पदार्थों, पानी और अतिरिक्त नमक को निकालना है। इसके अलावा, किडनी रक्तचाप को नियंत्रित करने, लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन को बढ़ावा देने और मजबूत हड्डियों को बनाए रखने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
किडनी बीमारी एक गंभीर स्थिति है जो किडनी को नुकसान पहुंचाती है और उन्हें ठीक से काम करने से रोकती है। यह एक खतरनाक “खामोश हत्यारा” है क्योंकि शुरुआती चरणों में इसके अक्सर कोई लक्षण नहीं दिखते हैं। जब तक kidney disease symptoms दिखाई देते हैं, तब तक किडनी को काफी नुकसान पहुंच चुका होता है।
किडनी बीमारी कई कारणों से हो सकती है, जिनमें मधुमेह, उच्च रक्तचाप, glomerulonephritis, और polycystic kidney disease (PKD) शामिल हैं। इनके अलावा, कुछ दवाएं, संक्रमण, और जीवनशैली के कारक भी किडनी बीमारी का खतरा बढ़ा सकते हैं।